सरकार पंजाब को फूड प्रोसैसिंग हब बनाने के लिए वचनबद्ध - लाल चंद कटारूचक्क

पंजाब के खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के मंत्री ने कहा कि पठानकोट और होशियारपुर जिलों में जल्द ही दो प्रमुख खाद्य योजनाएं शुरू की जाएगी..

 जालंधर- पंजाब के खाद्य व आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के मंत्री लाल चंद कटारूचक ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को बड़ा बढ़ावा दे रही है, जिससे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे और साथ ही किसानों को भी लाभ होगा। मंत्री यहां दलित इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित ''खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के उद्यमियों के लिए अवसर'' विषय पर आयोजित सम्मेलन के दौरान युवा उद्यमियों को संबोधित कर रहे थे। मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब को देश का खाद्य प्रसंस्करण केंद्र बनाने के लिए वचनबद्ध है, जिसके लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार द्वारा पहले ही कई प्रयास किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि पठानकोट में लीची प्रसंस्करण योजना और होशियारपुर जिले में किन्नू प्रसंस्करण इकाई सहित राज्य में जल्द ही दो प्रमुख खाद्य प्रसंस्करण योजनाएं शुरू की जाएंगी। मंत्री ने दोहराया कि राज्य एक खाद्य प्रसंस्करण केंद्र के रूप में उभर रहा है क्योंकि सरकार खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को प्रोत्साहित कर रही है। मंत्री ने आगे कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री पहले ही औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए राज्य भर में समर्पित ग्रामीण औद्योगिक हब स्थापित करने की घोषणा कर चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ये हब उद्यमियों को अपनी इकाइयां स्थापित करने में सुविधा प्रदान करने के लिए अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे से लैस होंगे।



मंत्री ने पंजाब में अपनी खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित करने का विकल्प चुनने वाले स्टार्ट-अप, उद्यमियों, उद्योगपतियों को पूर्ण समर्थन और सहयोग का आश्वासन दिया। सम्मेलन में उपस्थित युवा उद्यमियों के साथ बातचीत करते हुए, मंत्री ने ईमानदारी, सत्यनिष्ठा को सफलता के प्रमुख तत्व बताया और उन्हें अपने जीवन में इन्हें अपनाने को कहा। राज्य सरकार समाज के सभी वर्गों का समग्र विकास सुनिश्चित कर रंगला पंजाब बनाने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए डीआईसीसीआई के प्रयासों की प्रशंसा की, जो खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में अवसरों को जानकारी फैलाने विशेष रूप से अनुसूचित जाति/अनुसूचित जाति समुदाय के युवा उद्यमियों को प्रेरित करने के लिए अहम भूमिका निभा रही है। यह आयोजन राज्य के औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में उद्यमियों को सूचित और शिक्षित करने के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा। इस तरह के और आयोजन करने में डीआईसीसीआई को पूर्ण समर्थन और सहयोग का आश्वासन दिया। राष्ट्रीय प्रमुख डीआईसीसीआई तिलक खिंदर, राज्य अध्यक्ष केडी सिंह, अध्यक्ष डीआईसीसीआई पंजाब राजेश कुमार ने मंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि उनके द्वारा  डीआईसीसीआई के कार्यों की सराहना संगठन को इस तरह की जागरूकता गतिविधियों को आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित करती रहेगी। उन्होंने कहा कि युवा उद्यमियों को भी इससे खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में भाग लेने की प्रेरणा मिलेगी। जगदीश डालीया ने मंच संचालन कर मुख्य अतिथि को डीआईसीसीआई की गतिविधियों की जानकारी दी। इससे पहले, सिब्डी, एनएसआईसी, पीएआईसी, पंजाब एग्री एक्सपोर्ट कॉरपोरेशन, पंजाब ग्रामीण बैंक, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ हैंड टूल्स, लीड बैंक के इलावा अन्य अधिकारियों ने युवा उद्यमियों को सरकार द्वारा प्रदान की जा रही वित्तीय सहायता योजनाओं और के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर उपस्थित गणमान्यों में प्रमुख रूप से रविंदर विर्दी, डा. सरबजीत सिंह, एम.आर.साल्लन, डा. संदीप महमी, पवन डालीया, इंद्रजीत सारंगल, राज सिंह सोहावी और राजेश कुमार उपस्थित थे।

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