खेती को बढ़ावा देने के लिए मिशन नींव जिला प्रशासन और कृषि विभाग द्वारा संयुक्त रूप से लांच किया गया
फरीदकोट(विपन मितल ):- जिले में बुनियादी खाद्यान्न की खेती को बढ़ावा देने के लिए बीते दिन मिशन नींव को जिला प्रशासन और कृषि विभाग द्वारा संयुक्त रूप से लांच किया गया है। इसके उत्पादन के बाद मिलों के विपणन को बढ़ावा देने के लिए खेती विरासत मिशन प्रयास करेगा। यह जानकारी डीसी डा. रुही दुग्ग ने बाबा फरीद विश्वविद्यालय के सीनेट हाल में आयोजित समारोह समारोह को संबोधित करते हुए दी।उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलट ईयर के रूप में मनाया जा रहा है। जिला प्रशासन और कृषि विरासत मिशन फरीदकोट जिले को खाद्यान्न फार्म के रूप में बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस काम के लिए गैर सरकारी संगठनों, स्वयं सहायता समूहों, कृषि विभाग और गैर सरकारी संगठनों सहित विभिन्न विभागों का सहयोग मांगा जाएगा।बाबा फरीद यूनिवर्सिटी आफ हेल्थ साइंसे के कुलपति डा. राज बहादुर ने जिला प्रशासन और कृषि विरासत मिशन द्वारा शुरू किए गए मिशन फाउंडेशन की प्रशंसा करते हुए कहा कि जहां मूल अनाज खाने से हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। मानव शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता भी बढ़ती है। बाबा फरीद विश्वविद्यालय इस मिशन के प्रचार-प्रसार में हर संभव सहयोग प्रदान करेगा।कृषि विरासत मिशन जैतो के संस्थापक उमेंद्र दत्त ने डीसी डा. रुही दुग्ग और सभी विभागों को इस मिशन को शुरू करने के लिए धन्यवाद दिया। कहा कि जैसे कंगनी, रागी, कुटकी, बाजरा, ज्वार, स्वंक आदि। लोगों के खाने में आनलाइन और आफलाइन तरह-तरह के व्यंजन बनाने का प्रशिक्षण भी दे रहे हैं।डा. सीमा ने मानव स्वास्थ्य के लिए बुनियादी खाद्यान्न के लाभ, गर्भवती माताओं और बच्चों के स्वास्थ्य लाभ के बारे में विस्तार से बताया। बाबा फरीद विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डा. निर्मल ओसेपचन और एसडीएम जैतो ने उपस्थित सभी लोगों का धन्यवाद किया। इसके बाद मूल अनाज से बने विभिन्न व्यंजन जैसे शेक, खीर आदि का भी सभी को वितरण किया गया। इस समारोह में प्रो. डा. राजीव जोशी, चिकित्सा अधीक्षक डा. शिलेख मित्तल, डा. रविदर गर्ग, डा. एसपी सिंह, डा. विमल गर्ग, डा. संजय कपूर, डा. कुलदीप धीर, सेवानिवृत्त प्राचार्य सुरेश अरोड़ा, सुखप्रीत सिंह मुमरा, सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीण कला, सामाजिक कार्यकर्ता संदीप अरोड़ा, दविदर सिंह पंजाब मोटर्स, गुरप्रीत सिंह सुखनावाला, भूपिदर सिंह बरगड़ी और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि, किसान उपस्थित थे।