जालंधर(विनोद बिंटा)- जिस दिन से कांग्रेस सांसद संतोख चौधरी का निधन हुआ है। उसी दिन से संतोख चौधरी की सासंद की कुर्सी खाली हो गई। जिसको लेकर चुनाव होना तय है। कांग्रेस पार्टी की तरफ से संतोख सिंह चौधरी की पत्नी कर्मजीत कौर को टिकट देने का पार्टी ने ऐलान कर दिया है। उधर वैस्ट डिविजन के विधायक शीतल अंगुराल के भाई राजन अंगुराल भी आम आदमी पार्टी से टिकट के दावेदार है। राजन अंगुराल ने लंबे समय से अपने पांव राजनीतिक और धार्मिक और समाजिक कार्यो की और कर दिए थे। जिसके चलते राजन अंगुराल युवा पीढ़ी को भी अपनी और आकर्षित करते है। धार्मिक कार्यों में उनका ध्यान लगा रहता है और वह कोई न कोई बड़ा धार्मिक कार्य अपने परिवार के सहयोग से करवाते रहते है। कुछ समय पहले श्री गुरु रविदास महाराज जी का प्रकटोत्सव आया था। इस प्रकटोत्सव को लेकर शोभायात्रा के साथ साथ उन्होंने बाबू जगजीवन राम चौक में मेले का भी आयोजन करवाया था। वह रविदास समुदाय से है। रविदास समुदाय भी उनके साथ दिल से चलता है। दूसरी तरफ वह विधायक शीतल अंगुराल के बड़े भाई है। विधानसभा चुनावों में राजन अंगुराल ने एक बड़ी भूमिका निभाई थी। जिसके चलते उनके भाई शीतल अंगुराल की विधानसभा चुनाव में जीत हुई और वह विधायक बने। हालांकि जिस समय विधानसभा चुनाव का प्रचार शुरु हुआ था। विपक्ष ने शीतल अंगुराल के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए न जाने कौन कौन से आरोप लगाए। यह आरोप इसलिए लगाए जा रहे थे कि विधायक शीतल अंगुराल की भूमिका लोगों के सामने बुराई जैसी लगे।
भाजपा, कांग्रेस, शिरोमणी अकाली दल और बीएसपी के उम्मीदवारों ने शीतल अंगुराल का मजाक उड़ाते हुए यहां तक टिप्पणी की थी कि शीतल अंगुराल को 10 हजार से ज्यादा वोटें नही मिलेगी। कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवार अपनी जीत की आस लगाए बैठे थे। दोनों के सिर पर जीत का नशा इस कद्र था कि उन्हें पता ही नही था कि इस विधानसभा चुनावों का रिजल्ट ऐसा भी आ सकता है कि शीतल अंगुराल जीत गए और वह विधायक बने इसके पीछे बड़ा दिमाग और राजनीति राजन अंगुराल की ही थी। जिसने विरोधियों के होश उड़ा दिए। राजन अंगुराल की उप चुनाव में प्रबल दावेदारी इसलिए साबित हो रही है कि एक तरफ तो उसके भाई शीतल अंगुराल विधायक है। दूसरी तरफ राजन अंगुराल ने युवा पीढी को अपनी ओर आकर्षित किया हुआ है। वही रविदास समुदाय का भी बड़ा साथ उनके साथ है। हालांकि इस चुनावों को लेकर कांग्रेस पार्टी 2 हिस्सों में बंटी हुई है। जिसका फायदा अगर राजन अंगुराल को आम आदमी पार्टी से एमपी की टिकट मिलती है तो मिल सकता है। वैस्ट डिविजन में इंद्र चावला और टिंकू चावला जो कि धार्मिक, राजनीतिक और समाजिक लोगों से जुड़े हुए है। इस कारण उनकी वैस्ट डिविजन में मजबूत पकड़ है। उनका कहना है कि अगर
लोकसभा उप चुनाव की टिकट राजन अंगुराल को मिलती है तो वह हर तरफ से उनका सहयोग करेंगे।