
जिसके फलस्वरूप लुटेरों को एक मोटरसाइकल वहीं छोड़ कर भागना पड़ा। मोटरसाईकल के दस्तावेज और पुलिस को बरामद हुए ड्राइविंग लाइसेंस से जहां वारदात की गुत्थी को सुलझाने मदद मिली वहीं पुलिस को लुटेरों तक पहुंचने में बहुत कम समय लगा। एस.एस.पी. संधू ने कहा कि जिस बहादुरी के साथ इन दोनों बेटियों ने लुटेरों का मुकाबला किया वह एक मिसाल है क्योंकि उनकी बहादुरी के बल पर ही लुटेरे इतनी जल्दी काबू किये जा सके। उन्होंने इन दोनों बहादुर बेटियों से सभी को प्रेरणा लेने की अपील कर कहा कि यदि लोग जागरुक होंगे तो लुटेरों के होसले खुद ब खुद टूट जाएंगे।