समर्थकों ने किया काला संघिया रोड जाम,जमकर की प्रशासन के खिलाफ नारेबाज़ी..
जालंधर (ब्यूरो)- समाज सेवी हिन्दू नेता सुभाष गोरिया उनके परिवार को जान से मारने की धमकियां मिलने के बाद अब उनके समर्थकों को भी जान से मारने की धमकियां मिल गई।गुस्साए समर्थको ने प्रशासन व सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर धरना लगाया। धरने में सेंकड़ों महिलाएं और पुरुष मौजूद रहे। बीती रात हिन्दू नेता समाज सेवी सुभाष गोरिया को जान से मारने की धमकी दी गई थी और उनके भाई बलबीर गोरिया को हुई गैंगस्टरों द्वारा जान से मारने की धमकी मिली।जिसकी सूचना रात को ही पुलिस के उच्चाधिकारियों को दे दी गई।परन्तु कोई भी पुलिस अधिकारी व थाना प्रभारी ना तो सुभाष गोरिया और ना ही बलबीर गोरिया को मिले। गुस्साए लोगों ने 12 बजे काला संघिया रोड पर जाम लगाकर नारेबाजी कर ओर सरकार को कोस रहे थे।गोरिया ने बताया कि बीती रात मेरे भाई बलबीर गोरिया के मोबाइल पर जान से मारने की धमकी मिली जिसकी सूचना पुलिस को देने के बाबजूद भी कोई कार्रवाई नही हुई।सुबह फिर मुझे 7 बजे से लेकर 9 बजे तक धमकिया मिली धमकी देने वाले गैंगस्टर ने हमारे समर्थक प्रीति भगत,जीवन प्रभा, अमित ठाकुर, पंकज मैंगी, मेरी बेटी एडवोकेट जसलीन गोरिया, भाभी किरण गोरिया का नाम लिखर अगला निशाना कहकर मेसेज भेजा इतनी धमकिया मिलने के बाद भी खुफिया विभाग और एजेंसिया सुचेत नही हुई। 8 दिसबंर को भी सुभाष गोरिया के समर्थकों द्वारा काला संघिया रोड पर धरना लगाया गया था और उस वक्त जालंधर वेस्ट के एसीपी भूपिंदर सिंह ने प्रदर्शनकार्यो को 18 दिसंबर तक धमकिया देने वाले गैंगस्टर को काबू करने का आश्वासन दिया था उससे पहले ही गैंगस्टरों ने खुलेआम धमकिया देने का सिंसला जारी कर दिया।पुलिस मुग्दर्श बनकर देख रही है आज धरने के बीच फिर सुभाष गोरिया के भाई बलबीर गोरिया को फिर जान से मारने की धमकी मिल गई।धमकी देने वाले गैंगस्टर ने यहाँ तक वीडियो कॉल कर कह दिया कि जैसे हमने सिद्धू मूसेवाला, हिन्दू नेता सुधीर सूरी को मरवाया है वैसे ही सुभाष गोरिया को मारा जाएगा नही तो पंजाब छोड़ जाओ।बात यह है कि गैंगस्टरों ने जालंधर वेस्ट के विधायक शीतल अंगुराल का नाम भी लिखकर भेजा कि मेरे बारे में पूछना है तो इससे पूछ लो जिसकी जानकारी भी पुलिस अधिकारियों को दे दी गई।पुलिस कोई कार्रवाई करने को तैयार क्यों नही है इतनी धमकिया मिलने के बाबजूद भी सुभाष गोरिया की सुरक्षा को पुलिस कमिशनरेट जालंधर द्वारा यकीनी नही बनाया गया । सुभाष गोरिया के पास एक ही सुरक्षा कर्मचारी है जो 24 घंटे उनके पास रहता है उसके इलावा उनके परिवार के पास कली भी सुरक्षा कर्मचारी नही है उनके भाई बलबीर गोरिया के पास पहले 2 सुरक्षा कर्मचारी थे जिसे वापिस बुला लिया था।सुभाष गोरिया को पहले भी धमकियां मिल चुकी है और उनकी रैकी भी हो चुकी है पुलिस द्वारा उनकी सुरक्षा में 6 कर्मचारी भी लगाए गए थे।जिसे पिछली सरकार के राजनीतिक सरंक्षण में वापिस करवा लिए गए शाम तक महिलाओ ने पंजाब पुलिस और पंजाब सकरार के खिलाफ धरना लगाई रखा और नारेबाजी करते रहे। कोई भी पुलिस का उच्चाधिकारी धरने में नही पहुंच पाया। इस अवसर पर जीवन प्रभा, प्रीति भगत, सुरिंदर बाजवा, मंगत सिंह, दिनेश शर्मा, रोहित भगत, अमित ठाकुर, नितिन वर्मा, बलबीर यादव, नीलम, कमला भगत, किरण भगत, मनजीत सोढ़ी, सुखदायक लाली, अमरजीत सिंह, निर्मल मेहरा, विक्की बरार, सतपाल, पंकज मैंगी के इलावा और सैंकड़े समर्थक मैजूद थे।