नई दिल्ली- अमेरिकी ड्रोन-स्ट्राइक में आखिर एक और मोस्ट वांटेड ग्लोबल आतंकी अल कायदा चीफ और 9/11 आतंकी हमले का मुख्य षडयंत्रकारी अयमान अल-जवाहिरी की मौत हो गई है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने खुद इसकी पुष्टि की और उन्होंने कहा कि 9/11 का इंसाफ हो गया है। गौरतलब है कि 1998 में जवाहिरी ने मिस्र के इस्लामिक जिहाद को अल-कायदा से मिला दिया। केन्या के नैरोबी अमेरिकी दूतावासों, अफ्रीका में दार एस सलाम और तंजानिया में लगभग एक साथ कई बम विस्फोट हुए, जिनमें 224 लोग मारे गए। इनमें 12 अमेरिकी शामिल थे और 4,500 से अधिक लोग घायल हुए थे। जवाहिरी को इन बम विस्फोटों में भूमिका के लिए दोषी ठहराया गया। अल-जवाहिरी की टेरर-प्लॉटिंग का सबसे खतरनाक रूप 11 सिंतबर, 2001 को देखने को मिला। अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पेंटागन में हुए हमले में करीब 3,000 लोग मारे गए। वह और बिन लादेन 2001 में अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना से बचकर भाग निकले थे।अमेरिकी सरकार ने 2001 में जवाहिरी को दुनिया को मोस्ट वांटेड आतंकी नंबर दो घोषित किया। अमेरिकी सेना की ओर से पाकिस्तान के जलालाबाद में ओसामा बिन लादेन को मार गिराए जाने के बाद जवाहिरी अलकायदा प्रमुख बना था। लादेन के मारे जाने के बाद अल-जवाहिरी की पहचान ग्लोबल आतंकी के तौर पर बनी। उस पर USD 25 मिलियन का इनाम था।अफगानिस्तान से अमेरिकी सेनाओं के निकलने के एक साल बाद जवाहिरी को मार गिराया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसे न्याय के लिए चलाया गया अभियान बताया।
Contact Us To Share your Problem Or Latest News... Link
Reach out!