जालंधर(विनोद बिंटा)- थाना-5 की कुर्सी का चार्ज आज रविंदर कुमार ने संभाला है। जैसे ही इलाके के लोगों तक यह समाचार पहुंचा कि एसएचओ का चार्ज रविंदर कुमार ने संभाल लिया है। पब्लिक को इस बात का नही पता था कि जिस एसएचओ ने थाना-5 की कुर्सी का चार्ज संभाला है, वह रविंदर कुमार है। इसी थाने में ढाई साल पब्लिक को अपनी सेवाएं देकर थाने से जाने वाले रविंदर कुमार जो कि इस थाने में सिंघम के नाम से जाने जाते है। लोगों तक जब यह खबर पहुंची कि थाने में रविंदर कुमार दोबारा आ गया है। नशा तस्करों के यहां एक साथ होश उडे। वही जो लोग उनके इस इलाके में फैन थे, उनके चेहरे की खुशी बढ़ी। गौरतलब है कि रविंदर कुमार जो कि थाना-5 के इलाके में सिंघम के नाम से मशहूर हुए थे, उनका काम करने का स्टाइल कुछ अलग-सा था। जिसे पब्लिक पंसद करती थी। ढाई साल तक एक थाने में ड्यूटी देना, वो भी राजनीति दबाव और उच्चाधिकारियों के साथ यह बात बहुत बड़ी है। रविंदर कुमार को थाना-5 की पब्लिक ने सिंघम का नाम इसलिए दिया था कि वह सिंघम फिल्म के हीरो सिंघम स्टाइल में काम करते थे।उनका काम करने का तरीका कुछ अलग था। कांग्रेस की सरकार हो, रविवार छुट्टी का दिन हो, इस दिन हर किसी को चाह होती है कि वह बच्चों और पत्नी के साथ घर में रहे, या फिर बाहर घूमने जाए, उन्हें इलाके से सूचना मिलती है कि किसी बड़े कांग्रेस नेता के घर जुआ चल रहा है। अपनी टीम को वहां भेजा और बिना वर्दी के ही वह सिंघम स्टाइट में वहां पर छापा मारने के लिए पहुंचे। कांग्रेस नेता के घर जुए की रेड करना और कांग्रेस पार्टी के पार्षद पर मामला दर्ज करना। यह भी एक बहुत बड़ी बात थी। किसी को भनक लगे बिना ही उसने सिंघम स्टाइट में यह काम किया। इसी तरह शहनाई पैलेस रोड पर कुछ लोगों ने गुंडागर्दी का नंगा नाच किया और उसके बात कांग्रेस युवा नेताओँ ने रविंदर के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए गुंडागर्दी करने वालों को बढ़ावा देने के लिए जो कांग्रेस युवा नेताओँ ने पुलिस और रविंदर के खिलाफ सड़क पर बैठकर मुर्दाबाद के नारे करते हुए रविंदर को घेरा था, उन लोगों को भी सिंघम स्टाइल दिखाते हुए कानून की धाराओँ में कैद कर दिया था। थाने का हर पुलिस मुलाजिम उनके साथ काम करके खुश था, वह थाने में टीम वर्क के तौर पर काम करते और करवाते जिसका उन्हें बढ़िया रिस्पॉस मिलता था। कोरोना महामारी के दौरान भी अपने इलाके में हर किसी जरुरतमंद की मदद करना उनको अच्छा लगता था। घर-घर जाकर लोगों तक खाना पहुंचाना। कोरोना महामारी के दौरान अपने परिवार से अलग रहा करते थे। थाना -5 में पब्लिक को बढ़िया सुविधाएं देने के चलते उन्हें पुरस्कार देकर भी सम्मानित किया। रविंदर के जन्मदिन पर पब्लिक ने भरपूर प्यार दिया। जिसके चलते युवा पीढ़ी और कई उनके चाहने वाले थाने में केक लेकर उनसे केक कटवाने का इंतजार करते हुए नजर आए। थाना कुर्सी का चार्ज रविंदर ने संभाला है। रविंदर नाम से आज फिर पब्लिक को सिंघम की याद आ गई। रविंदर कुमार पुलिस कमिश्नर ऑफिस में बतौर ड्यूटी निभा रहे है। थाना-5 की कुर्सी पर बैठ कर काम करना कांटों की सेज पर बैठकर काम करने जैसा है।
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