जालंधर(विनोद बिंटा)- नगर निगम चुनाव होने से पहले वार्डबंदी की गई थी। वार्डबंदी सामने आने के बाद कई नेताओं ने वार्डबंदी पर सवाल उठाने शुरु कर दिए। जिसके चलते चर्चे का विष्य बना हुआ है कि वार्डबंदी में बदलाव हो सकता है। शहर में कई वार्डों में बदलाव किया गया। जिसको लेकर नगर निगम चुनाव लड़ने के इच्छुक खुश नही नजर आए। कई नेताओं ने सोशल मीडिया पर वार्डबंदी में बदलाव को लेकर पोस्टें वायरल की। उधर नगर निगम चुनावों को लेकर वैस्ट हलके की राजनीति गर्मायी हुई है। विधायक शीतल अंगुराल ने कई नेताओं को नगर निगम चुनाव की सीट पर चुनाव लड़ने का वादा करते हुए अपनी पार्टी में शामिल करवाया था। भाजपा, कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने अपनी पार्टी का दामन छोड़कर आप का दामन थाम लिया था। वही वैस्ट हलके की राजनीति में बदलाव उस समय देखने को मिला, जब कांग्रेस के पूर्व विधायक सुशील रिंकू ने आप का दामन थाम लिया। आप पार्टी से लोकसभा उप चुनाव बहुमत से जीते और एमपी बने। उनके एमपी बनने के बाद कई नेताओं को चिंता सता रही है कि अब इस बार उन्हें आम आदमी पार्टी से नगर निगम चुनाव लड़ने का मौका मिलेगा या नही।
लोकसभा उप चुनाव में कई कांग्रेस नेताओं ने अपनी पार्टियों का दामन छोड़ कर एमपी सुशील रिंकू के साथ चुनाव से पहले आप का दामन थाम लिया। एक वार्ड में कई-कई नेता नगर निगम चुनाव लड़ने की इच्छा रख रहा है। बस्तीयात क्षेत्र में सीनियर नेता मनजीत सिंह टीटू और पूर्व डिप्टी मेयर हरसिमरनजीत सिहं बंटी के बीच चुनाव लड़ना 20-20 मैच जैसा होता था। दोनों आमने सामने होने वाले नेता अब एक ही पार्टी में शामिल है। अब देखना होगा कि नगर निगम चुनाव में राजनीति क्या रंग लाती है। दोनों नेता आमने-सामने चुनाव लड़ने को नजर आएंगे या फिर इन दोनों के बीच कोई अलग राजनीति होगी। वही ऐसा ही हाल वार्ड नंबर 74, वार्ड नंबर 41, वार्ड नंबर 42 और कई वार्डों का बना हुआ है। एक वार्ड में कई आप नेता नगर निगम चुनाव लड़ने के इच्छुक है।
