महानगर में चाईना डोर का धंधा करने वाला माफिया सक्रिय, पाबंदी के बावजूद भी दोगुने दामों पर चाईना डोर बेचकर कूट रहे है चांदी, प्रशासन बेखबर.

 जालंधर (विनोद बिंटा)- महानगर में हर साल की तरह चाईना डोर का धंधा करने वाला माफिया सक्रिय हो जाता है। पाबंदी के बावजूद भी महानगर में अवैध चाईना डोर का धंधा जोरों पर चल रहा है। चाईना डोर का धंधा करने वाला माफिया पाबंदी का फायदा उठाते हुए दोगुने दामों पर अवैध तरीके से चाईना डोर की सप्लाई दे रहा है। एक तरफ माफिया के लोग चांदी कूट रहे है। वहीं दूसरी और चाईना डोर की चपेट में इंसानों के साथ साथ जानवर और पक्षी आकर घायल हो रहे है। चाईना डोर की इंसानों और पक्षियों और जानवरों के लिए घातक साबित हो रही है। जिसके चलते प्रशासन ने चाईना डोर पर पाबंदी लगा दी थी। लेकिन पाबंदी के बावजूद भी धंधा जोरों पर चल रहा है। प्रशासन इससे बेखबर है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चाईना डोर का अवैध तरीके से धंधा करने वाले माफिया के लोग मोबाइल फोन से जरिए चाईना डोर का धंधा कर रहे है। सूत्र यह भी बताते है कि चाईना डोर का धंधा करने वालों के तार दिल्ली अवैध चाईना डोर बेचने वालों लोगों के साथ जुड़े है। महानगर में बैठे इस धंधे से जुड़े लोग दिल्ली से चाईना डोर की सप्लाई लाकर आगे दुकानदारों को पहुंचा रहे है। सूत्र यह भी बताते है कि जालंधर से ही अमृतसर में भी दुकानदारों को चाईना डोर की सप्लाई दी जा रही है। चाईना डोर का धंधा करने वाले लोगों ने अपना मकड़ जाली बिठा रखा है। लेकिन प्रशासन इनका मकड़ जाल तोड़ने में असफल साबित हो रहा है।हर रोज लाखों रुपए की चाईना डोर बिक रही है जो आने वाले दिनों में पंछियों और जानवरों के लिए घातक साबित होगी। गौरतलब है कि पिछले साल इस चाइना डोर के कारण कई इंसान और कई जानवर और कई पंछी चाईना डोर की बलि चढ़े।



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