नई दिल्ली- टमाटर की आसमान छूती कीमतों ने रसोई का बजट बिगाड़कर रख दिया है। देश के कई शहरों में इसकी कीमत 150 रुपए से अधिक है। उम्मीद की जा रही थी कि 15 जुलाई के बाद इसकी कीमत में गिरावट आ सकती है लेकिन हाल-फिलहाल टमाटर की कीमत में कमी आने की कोई संभावना नहीं है बल्कि इसकी कीमत और बढ़ सकती है। हिमाचल प्रदेश में हो रही भारी बारिश से टमाटर की तुड़ाई नहीं हो पा रही है और ट्रांसपोर्टेशन में भी भारी दिक्कतें आ रही हैं।
इस समय देश में हिमाचल से ही ज्यादातर सप्लाई होती है लेकिन अभी देश के अधिकांश हिस्सों में बेंगलुरु से सप्लाई हो रही है। देश के उत्तरी राज्यों में हो रही भारी बारिश के कारण टमाटर के साथ-साथ बंदगोभी, फूलगोभी, खीरे और साग की कीमत भी बढ़ सकती है। बेंगलुरु स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ हॉर्टीकल्चर रिसर्च के डायरेक्टर एसके सिंह ने कहा कि उत्तरी राज्यों खासकर हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से टमाटर, बंदगोभी, फूलगोभी और शिमला मिर्च की अधिकांश खड़ी फसल बर्बाद हो जाएगी। जल जमाव के कारण वायरस और विल्ट फसल को खराब कर देंगे। इससे इन सब्जियों की सप्लाई प्रभावित होगी और कीमत ऊपर जाएगी।